उत्तर भारत में एक बार फिर से आ रहा सक्रिय प०वि०, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी सहित उत्तर राजस्थान के होगी गर्जिली गतिविधियां

4/5 दिन के गैप के बाद उत्तर भारत में एक और नए सशक्त पश्चिमी विक्षोभ के कदम पड़ने वाले हैं। जो आज देर रात से मैदानी क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियों को अंजाम देगा।
2/3 दिन पहले दी गई अपडेट में हमने बताया था कि इस हफ्ते में 2 पश्चिमी विक्षोभ आयेंगे, लेकिन दोबारा विश्लेषण करने के बाद में पता लगा है कि यह 2 अलग अलग सिस्टम नहीं बल्कि एक ही है जो लगभग 5 दिन असर दिखाएगा। जिसमें से कल का दिन निकल गया और कल सुबह पंजाब में कई जगह बूंदाबांदी भी हुई।

वर्तमान वाला सिस्टम इतना सक्रीय है कि इस सिस्टम के आने से पहले ही बरसात करने वाली परिस्थितियां बन चुकी हैं। IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार Divergence की स्थिति मजबूत बन गई है। वर्तमान पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तर पाकिस्तान और पश्चिमी हिमालय के आसपास Strong Divergence की values note की गई है।

डाइवर्जेंस का अर्थ: जब वायुमंडल के किसी स्तर पर हवा अलग-अलग दिशाओं में फैलने लगती है, तो इसे डाइवर्जेंस कहा जाता है। यह ऊपरी वायुमंडल (ट्रोपोस्फियर) में किसी परिसंचरण या पश्चिमी विक्षोभ जैसी प्रणालियों के कारण बनता है। जिसके कारण हवाओ के प्रवाह में अस्थिरता आती है और जब ऊपरी स्तरों पर हवा अंत में फैलने लगती है तो निचले स्तरों से हवा नीचे से ऊपर उठती है, जिससे बादल विकसित होते हैं और बारिश होती है।

यह स्थिति WD के आने से पहले बनी हुई है जिसके कारण कल सुबह के समय पंजाब में हल्की बारिश और बुंदाबांदी हुई है और आज भी इसका असर होगा। आज विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर राजस्थान में बादलवाही के बीच में कुछ एक जगह बुंदाबांदी या हल्की फुल्की बारिश होगी।

कल से इस ताजा WD का मुख्य असर शुरू होगा और 1 मार्च की सुबह तक लगातार बरकरार रहेगा।

आगे का मौसम पुर्वानुमान: (27, 28, 1 तारीख)

उत्तर भारत में मुख्य सिस्टम का सीधा सीधा असर शुरू हो जाएगा। जिसके कारण इन 3 दिनों में पंजाब , हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर राजस्थान में कही हल्की बारिश कही तेज बारिश होगी।

पहाड़ी राज्य:
आज से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में अनेकों जगह हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होगी। कुछ जगह भारी बर्फबारी भी संभव है।

कल और परसो लद्दाख, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश और बर्फबारी होगी। कही कही अति भीषण बर्फबारी भी देखी जाएगी, जिससे Avalanche आने की बहुत ही ज्यादा संभावना है। भीषण बर्फबारी के होने से कई जगहों के रास्ते कट जाएंगे, इसलिए सैलानियों को सलाह दी जाती है कि ऊपरी पहाड़ी इलाकों में घूमने न जाए।

कश्मीर वैली के पश्चिमी इलाको, जम्मू संभाग, हिमाचल के चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति, कुल्लू और उत्तराखंड के चमौली, रुद्रप्रयाग जिले में कुछ जगह बारिश 150mm से 180mm तक भी दर्ज की जाएगी। इन्हीं जिलों में भीषण बर्फबारी भी संभव है।

पहाड़ी इलाकों में 1 मार्च की रात के बाद से मौसम खुलेगा, उससे पहले रुक रुककर कही हल्की कही तेज बारिश एवं बर्फबारी होती रहेगी।

पंजाब में मौसम


कल सुबह के बाद से राज्य के ज्यादातर इलाकों में गरज चमक के साथ में हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है, खासकर जो इलाके हिमाचल से लगते हुए है। बारिश के साथ बड़े पैमाने पर ओलावृष्टि भी होगी, जिसका मुख्य प्रभाव 28 फरवरी को होगा।
1 मार्च की शाम तक बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां राज्य में जारी रहेगी। 2 मार्च से राज्य में मौसम खुलेगा साथ में ठंड का नया दौर शुरू होगा।

हरियाणा में मौसम


राज्य के सभी जिलों में इस सिस्टम का अच्छा खासा प्रभाव पड़ेगा। कल अलसुबह से ही राज्य में हल्की बारिश शुरू हो जाएगी।
कल सुबह से 1 मार्च की दोपहर तक पूरे हरियाणा में अनेकों जगहों पर गरज चमक और तेज हवाओं के साथ में हल्की से मध्यम बारिश देखी जाएगी। अंबाला और करनाल मंडल के जिलों में भारी बारिश भी होगी। राज्य के कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होगी, जिसका मैन प्रभाव 28 तारीख को होगा, वो भी पंजाब से सटे इलाकों में ज्यादा दिखाई देगा।
1 मार्च की शाम बाद बाद से हरियाणा में बारिश की गतिविधियां रुक जाएंगी। और ठंड में बढ़ोतरी होगी।

राजस्थान में मौसम


इस सिस्टम के कारण आज श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, उत्तर जैसलमेर में कही कही बुंदाबांदी की उम्मीद है।

वही कल से 1 मार्च की सुबह के दौरान श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़, उत्तर बीकानेर और पूर्वी चूरू के इलाको में बिखरी हुई हल्की बारिश देखी जाएगी। कुछ जगह गरज चमक और हवाओ के साथ में तेज बारिश और ओलावृष्टि भी संभव है।

दक्षिणी बीकानेर, पश्चिमी चूरू, सीकर, झुंझुनूं, अलवर, जयपुर, नागौर, जैसलमेर और फलोदी जिले में बादलवाही के बीच कही कही गरज के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी की गतिविधियां होगी। एक दो जगह तेज बौछारें भी गिर सकती हैं।
जोधपुर, अजमेर, टोंक, दौसा, भरतपुर जिले में बादलवाही छाई रहेगी। जिसके चलते कही कही बूंदाबांदी हो सकती है, जिसकी संभावना काफी कम है। इसी के साथ बाकी राजस्थान में बारिश कही भी नहीं होगा। न्यूनतम तापमान के साथ साथ अधिकतम तापमान भी बढ़ेगा, जिसके कारण मौसम में काफी गर्मी बढ़ जाएगी।
उत्तर राजस्थान में आगे भी बारिश आती रहेगी। लेकिन दक्षिणी राजस्थान में बारिश की संभावना काफी कम ही है।

अगले 3 दिनों के दौरान राजस्थान में सुबह के समय का पारा रिकॉर्ड तोड़ सकता है। राज्य के पश्चिमी जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर जाएगा जिससे कुछ जगह रिकॉर्ड भी टूटने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश


यूपी में इलाको में भी इस आगामी सिस्टम के कारण कई जिलों में बरसात होगी। 27 फरवरी की दोपहर से लेकर 1 मार्च की शाम तक के बीच में राज्य के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ, बागपत, हापुड़ जिले में अनेकों जगह गरज चमक और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह भारी बारिश भी जरूर होगी। बारिश के साथ इन इलाको में ओलावृष्टि भी देखी जाएगी ।
वही 28 फरवरी और 1 मार्च के बीच में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, बदायूं, संभल, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, आजमगढ़, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, सीतापुर जिले में बादलवाही के बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी। कही कही तेज बारिश भी हो सकती है। 1 मार्च को अवध के जिलों में भी बुंदाबांदी की संभावना है।

अभी के अनुसार आगरा, झांसी, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज और मिर्जापुर संभाग के जिलों में बारिश की संभावना नहीं है। लेकिन बादलवाही जरुर देखी जाएगी। साथ में हवाओ का रुख बदलने से मौसम गर्म हो जाएगा।

मध्यप्रदेश में मौसम


इस पूरे दौर के दौरान मध्यप्रदेश के किसी भी जिले में बारिश नहीं होगी। लेकिन 1 मार्च को उत्तर मध्यप्रदेश के जिलों में हल्की बादलवाही जरुर छाएगी, जिसके कारण एक दो स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन उसकी संभावना भी काफी कम है।
मध्यप्रदेश का इस सिस्टम का इतना असर जरूर होगा कि दिन का तापमान सामान्य से 4/5°C जरूर बढ़ेगा। राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान 36°C तक आराम से पहुंच सकता है खासकर इंदौर, निमाड़, नर्मदापुरम, जबलपुर और शहडोल संभाग के इलाको में। 1 मार्च के बाद से अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी।

आगे की जानकारी समयानुसार दे दी जाएगी।

पोस्ट ऑल क्रेडिट sahil bhatt

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